रमणी बाई के जीवन में उजियारा लाने का काम किया ग्रामीण आजीविका मिशन ने समूह से जुड खेती में कई बदलाव किये, आय में हुई वृद्धि 


अलिराजपुर दिल में इच्छा हो तो बडे से बडा काम आसान हो जाता है। बस मन में विश्वास और उस काम को कर गुजरने की इच्छा भर होना चाहिए। ऐसा ही कुछ अलीराजपुर जिले के चन्द्रशेखर आजाद नगर के ग्राम बोरकुंडिया निवासी रमणी बहन परमार और उनके पति भेरूसिंह परमार ने कर दिखाया है। संयुक्त जमीन के छोटे से भाग पर अपने हिस्से की फसल करके जैसे-तैसे परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। इसी दौरान आजीविका मिशन के मैदानी अमले ने घर पर दस्तक दी। समूह से जुडने की बात समझाई। बात समझ आते ही रमणी बहन समूह से जुड गई। इसी दौरान ग्राम में समूह से जुडी महिलाओं के घर पर फलदार पौधों की बाडी लगाने की बात सामने आई। रमणीबाई को बात समझ आई। उन्होंने अपने खेत पर आम, जाम और अमरूद के 50 पौधे रोपे। तीन वर्ष रोपे पौधे ने फल देना शुरू कर दिया है। आजीविका मिशन से वाडी के साथ सब्जी उत्पादन की जानकारी मिली। इसके बाद उन्होंने उक्त बाडी में वे सब्जी उत्पादन करने लगे। वर्तमान में यह स्थिति है कि रमणी बहन और भेरूसिंह अपने हिस्से की छोटी सी भूमि से खरीफ सीजन में मक्का, सोयाबीन और रबी सीजन में गेंहू और चना की उपज ले रहे है। वहीं खेत से निकली सब्जी और फल की उपज उन्हें अतिरिक्त आमदनी का साधन बन गई है। इस बारे में रमणी बहन बताती है आजीविका मिशन के माध्यम से पहले मैं समूह से जुडी, इसके बाद मेरे यहां फलदार पौधों की वाडी तैयार की। इसके बाद इन्ही पौधों के बीच सब्जी उत्पादन कर रहे है। वे बताती है खरीफ सीजन में 5 से 10 हजार रूपये की आय मिल रही है। रबी सीजन में निकली उपज घरेलू उपयोग में काम आ रही है। वहीं टमाटर, गोभी, मिर्च, बैगन आदि सब्जी उत्पादन करके वर्षभर में 50 से 60 हजार रूपये आय प्राप्त हो रही है। वे कहती है कि फलदार पेडों से 20 से 25 हजार प्रति हजार रूपये की अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है। भेरूसिंह बताते है समूह से जुडने के बाद हमारे जीवन में बडा बदलाव आया है। जिस कृषि भूमि से हम केवल वर्षा आधारित फसल लेते थे आज उसी जमीन से रबी फसल, सब्जी उत्पादन और फलदार पेडों से फल प्राप्त करें अच्छी आय प्राप्त कर रहे है। परिवार की आर्थिक स्थिति में बदलाव आया है। इस संबंध में आजीविका मिशन की जिला मिशन प्रबंधक सुश्री शीला शुक्ला ने बताया समूह से जुडने के बाद रमणी बहन को मार्गदर्षन दिया गया। कृषि के क्षेत्र में बेहतर प्रयास करने से उनकी आय में वृद्धि हुई है। इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्रीमती सुरभि गुप्ता ने बताया जिले में स्वयं सहायता समूह से जुडने के बाद महिलाएं कृषि के क्षेत्र में उन्नती कर रही है, जिससे उनकी आय तो बढ ही रही है। वे अन्य कृषकों के लिए मार्गदर्शी बन रहे है।