स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के समन्वय से जिले में हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की देखरेख करने के मिल रहे है अच्छे परिणाम

होशंगाबाद बाबई निवासी यशोदा यादव पति रेवाराम यादव का आंगनबाड़ी केन्द्र वार्ड 5 में पंजीयन किया गया था। यशोदा का पंजीयन के समय वजन बहुत कम था तथा स्वास्थ्य खराव होने के कारण आँगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा यशोदा को बाबई अस्पताल में जाँच कराने की सलाह दी गई। डाक्टर मीना द्वारा यशोदा की जॉच के उपरांत हाईरिस्क श्रेणी में आने के बाद उसे पर्याप्त उपचार एवं दवाएं दी गई।


यशोदा को आयरन की गोली एवं अन्य दवाईयाँ नियमित रूप से आँगनबाड़ी कार्यकर्ता की देखरेख में दी गई। इस दौरान आँगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा निरन्तर गृह भेंट एवं परामर्श यशोदा और उसके परिजनो को दिया गया। जिससे उसकी सही देखभाल हो सके। यशोदा को पोषण आहार से बने व्यजंन एवं फलो के सेवन की सलाह दी गई, पोष्टिक खाद्य पदार्थो की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई। आँगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा निरन्तर स्वास्थ्य परामर्श एवं संतुलित पोषण आहार से यशोदा का वजन जहाँ कम था वही बढ़कर 54 किलोग्राम हो गया और उसके स्वास्थ्य में सुधार आया। स्वस्थ्य बालक को जन्म दिया। यह सामान्य प्रसव था। वर्तमान में जच्चा एवं बच्चा दोनो स्वस्थ्य हैं। यशोदा ने बताया कि आज वह और उसका बच्चा स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग और आँगनबाड़ी कार्यकर्ता के कारण बिना किसी परेशानी के पूरी तरह स्वस्थ्य हैं। वह बताती है कि अब उसे कोई भी महिला जो गर्भवती है उसे सलाह देती है कि चिन्ता न करो आँगनबाड़ी की बेहनजी से संपर्क करो और उसे आँगनबाड़ी कार्यकर्ता ने जो भी सलाह दी थी वह भी बताती है। स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग तथा आँगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा जिले में हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं की निरन्तर मानीटरिंग का कार्य किया जा रहा है जिससे हाई रिस्क गर्भवती महिलाओ का जहाँ सामान्य प्रसव हो रहा है वहीं जच्चा बच्चा भी स्वस्थ्य रहते हैं।


हर कार्य संभव है, परिणाम उन्मुखी प्रयास करने की आवश्यकता है - कलेक्टर
होशंगाबाद कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने समय सीमा की बैठक में अधिकारियों से कहा कि हर कार्य करना संभव है बस उसके लिए परिणाम उन्मुखी प्रयास करने की आवश्यकता है। कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों को विभागीय लक्ष्यो को प्राप्त करने एवं लोक कल्याण कारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि प्रत्येक कार्य करना संभव है, बस हमे नियोजित रूप से परिणाम उन्मुखी प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने जिले में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही सख्ती से करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कहा कि अतिक्रमण एवं होर्डिंग, बैनर हटाने की कार्यवाही में किसी भी तरह की कोताही न करे। कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों को प्रमुख बिन्दुओं के आधार पर नियमित रूप से विद्यालयों के निरीक्षण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि स्कूलो के निरीक्षण के दौरान विशेष रूप से ध्यान दे कि कक्षाओं में तरूण, अंकुर और उमंग समूह के रूप में ही बच्चे पढ़ाइ करे। शतप्रतिशत वर्क बुक बच्चो द्वारा हल कराई जाए, टीचर वर्क बुक की नियमित जांच करें, 184 स्कूलो में जो विज्ञान एवं गणित किट उपलब्ध कराई गई है उसका उचित उपयोग हो, पांचवी और आठवी कक्षा के मॉडल पेपर और प्रश्न बैंक सभी शालाओ में उपलब्ध कराए गये है उसका नियमित अभ्यास, व्यवस्थित प्रयोगशाला हो आदि बिन्दुओं पर निरीक्षण करे। कलेक्टर ने सभी जिला अधिकारियों को स्वास्थ्य केन्द्रो में एएनएम की उपस्थिति, स्वास्थ्य केन्द्र के खुलने के समय और सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त दवाईयाँ उपलब्ध है या नही यह निरीक्षण के दौरान सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सभी जनपद पंचायत सीईओ को निर्देश दिये कि मनरेगा के अंतर्गत लेबर बजट एवं गौशाला निर्माण कार्यो की निरन्तर समीक्षा करे। उन्होंने कहा कि जिले में खाद की पर्याप्त उपलब्धता है, कृषको को खाद के लिए असुविधा ना हो यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभ ग्राम पंचायतों में दुग्ध उत्पादन समिति का गठन करने के निर्देश उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. अग्रवाल को दिये। कलेक्टर ने सीएम हैल्प लाइन और समयसीमा के पत्रो की समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम हैल्प लाइन में लंबित शिकायतों का संतुष्टि पूर्ण निराकरण किया जाए एवं विधानसभा प्रश्नों के जवाब समयीसीमा में भेजे जाए।